Tuesday, November 9, 2010

प्रकाश

मन से संचित कर भाव
शुभकामनायों की यह भेंट लाई हूँ ।
शब्दों के तेल से मार्जित कर
मंगल्कामनायों के धूप दीप लाइ हूँ ।
प्रभु करे -हम सब के जीवन में
प्रकाश के दिए जलते रहें ,जलते रहें ।
अनंत प्रार्थनायों के साथ
सब को शुभ दीपावली ।

2 comments:

  1. आपको भी दीवाली की हर्दिक शुभकामनाएं . आपकी यह रचना भी अच्छी लगी.

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  2. आपको भी शुभ दीपावली ... शुभ बाल दिवस .. शुभ शरद ..

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